Saturday, 30 November 2024

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में सोलावूड के फूलों ने जीता दिल पर्यटकों का

महोत्सव में सोलावुड, बांस व कपड़े के फूलों को पसंद किया पर्यटकों ने, 20 रुपए से लेकर 40 रुपए में मिल जाएगा आकर्षक फूल

गुलाब, चमेली व गेंदे के साथ-साथ अन्य किस्म के फूलों को पीछे छोड़ते हुए लकड़ी व खजूर की छाल से तैयार किए गए रंग बिरंगे फूलों ने पर्यटकों का दिल जीत लिया। ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर लकड़ी से तैयार किए गए लम्बी उम्र के इन फूलों के चारों तरफ कदरदान नजर आए। महज 20 रूपए देकर फूलों की एक छड़ को पर्यटक अपने घर ले जा रहे थे। उनके इन फूलों की कीमत 10 रुपए से लेकर 200 रूपए तक की है।

महोत्सव में पिछले कई सालों से कागज के फूल लाने वाले मध्य प्रदेश के शिल्पकार पवन कुमार अपनी पत्नी राजकुमारी, बेटे मोहित, रोहित व बेटी मुस्कान के साथ स्टॉल नंबर 359 पर अपने दिल की बात को साझा करते हुए कहा कि ब्रह्मसरोवर पर रंग बिरंगे लकड़ी के फूल मौसम को रंगीन बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। रंग बिरंगे फूलों की एक छड़ की कीमत केवल 10 रूपए से लेकर 200 रुपये ही रखी गई है। महोत्सव के हर दिन लकड़ी के इन रंग बिरंगे फूलों के चाहने वालों की तादाद में इजाफा हुआ है। उनके फूलों को खास मेहमानों तक पहुंचाने के लिए सरकार के माध्यम से दी जा रही ऋण सुविधा सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सरकार की इन योजनाओं का वे कभी एहसान नहीं भूल पाएंगी। आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में जहां सरकार ने मदद की है, वहीं पर्यटकों ने फूल खरीद कर सरकार की योजनाओं पर अपनी मोहर लगा दी है। उनका कहना है कि वे इस महोत्सव में खास तौर पर फूलों को प्यार करने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए करीब एक दर्जन से ज्यादा वैरायटी के रंग बिरंगे फूल तैयार करके लाए हैं। खजूर की छाल से तैयार किए गए फूलों को सबसे ज्यादा सराहा है।

कश्मीर से कन्याकुमारी तक मशहूर हो चुकी है ताऊ बलजीत की देशी घी की जलेबी

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 में पर्यटकों के स्वाद को पूरा करने के लिए ताऊ बलजीत ने लगाए है स्टॉल, लगभग 400 रुपए प्रति किलो के हिसाब से पर्यटक खरीद रहे हे जलेबी

कश्मीर से कन्याकुमारी तक कई प्रदेशों में ताऊ बलजीत की देशी घी की जलेबी मशहुर हो चुकी है। इस जलेबी का बेलगांव, कर्नाटक, पांडुचेरी, हैदराबाद, गोवा, शिमला, देहरादून, मेरठ, पंथ नगर, लुधियाना सहित अन्य प्रदेशों के लोग बेसब्री के साथ इंतजार करते है। खास बात यह है कि ताऊ बलजीत ने हरियाणा, पंजाब और कर्नाटक के पर्यटकों के लिए प्रति किलो दाम में छूट भी देते है। इस वर्ष महोत्सव-2024 में पर्यटकों के स्वाद को पूरा करने के लिए ताऊ बलजीत ने अपने स्टॉल लगाए है।

गांव गोसाना से ताऊ बलजीत की देशी घी वाली जलेबी महोत्सव में अपनेपन की मिठास को घोलने का काम कर रही है। इस महोत्सव में आने वाले पर्यटक अपने-अपने आप ही ताऊ बलजीत के जलेबी के स्टॉल की तरफ खींचे चले आते है। देशी घी में तैयार की जाने वाली इस जलेबी की सौंधी-सौंधी खुशबू से बच्चे, युवा और बुजुर्ग भी अपने आपको जलेबी को खाने से रोक नहीं पाते है। अहम पहलू यह है कि पर्यटकों की मांग को पूरा करने के लिए ताऊ बलजीत ने ब्रह्मसरोवर के दोनो तरफ स्टॉल को स्थापित किया गया है।

सोनीपत के गांव गोसाना निवासी ताऊ बलजीत ने बातचीत करते हुए बताया कि पिछले 11 सालों से कुरुक्षेत्र गीता महोत्सव में पर्यटकों के स्वाद को बढ़ाने के लिए गोहाना की प्रसिद्ध जलेबियों को लेकर आ रहे हैं और इस बार वे अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में स्टॉलों पर शहर वासियों के लिए देशी घी वाली जलेबियां लेकर आएं है। इस वर्ष एक किलो जलेबी का दाम लगभग 400 रुपए रखा गया है। एक जलेबी का वजन 250 ग्राम हैं। शुद्धता के साथ देशी घी से जलेबी बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें व उनके परिजनों विजय कुमार व सुनील कुमार को महोत्सव का तो बेसब्री से इंतजार रहता है, इसलिए वे महोत्सव में पर्यटकों के लिए देशी घी से बनी जलेबियां लेकर आएं है। यहां आकर उन्हें सकून मिलता है और पर्यटकों को स्वादिष्ठ जलेबी खिलाकर मन को भी संतुष्ठी मिलती हैं। इसलिए पर्यटकों के स्वाद का विशेष ध्यान रखा जाता है।

जन संपर्क विभाग का सूचना केन्द्र बना महोत्सव में अपनों से बिछुड़ों का सहारा

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में जहां विभिन्न विभागों द्वारा हरियाणा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जा रही है वहीं लोगों तक सूचनाओं का प्रसार करने के लिए सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा बनाए गए सूचना केंद्र पर प्रतिदिन लोगों तक नवीनतम सूचनाएं पहुंचाई जा रही है। स्टाल नंबर-1 पर विभाग के कर्मचारियों ने उदघोषणा के माध्यम से अब तक लगभग हजारों अनाउंसमेंट की गई है। महोत्सव में विभाग के कर्मचारियों ने ऐसे बच्चों को जो अपने परिजनों से बिछड़ गए थे, उन्हें उनके परिजनों से मिलवाया। इस स्टाल पर ड्रामा निरीक्षक विजय कुमार, खंड प्रचार कार्यकर्ता बरखा राम, कृष्ण लाल, मनोज, राजकुमार शर्मा द्वारा एनाउसमेंट का कार्य किया जा रहा है और सूचना केन्द्र पर प्रतिदिन काफी संख्या में लोग महोत्सव में बिछड़े लोगों तक पहुंचने, सामान गुम होने इत्यादि के लिए एनाउसमैंट करवा रहे हैं। इसके साथ-साथ लोगों को इस बारे में भी जागरूक किया जाता है कि वे अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखे और साथ ही साथ अपने सामान की ओर भी ध्यान रखें। प्रशासन की ओर से लोगों से यह अपील भी की जाती है कि वे किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और किसी लावारिस वस्तु को न छुए और उसकी सूचना तुरन्त पुलिस को दें।

May the teachings of the Bhagavad Gita illuminate your day with wisdom, peace, and positivity

Let its divine messages inspire you to walk the path of righteousness and embrace every moment with faith and determination. ✨

🌟“You have the right to work, but never to the fruits of work.” 🌿

Let this timeless wisdom guide your actions today and always.

🌼 Have a blessed and purposeful day!

गीता महोत्सव 2024 - कुरुक्षेत्र, हरियाणा

 

🌟 गीता महोत्सव 2024 - कुरुक्षेत्र, हरियाणा 🌟
28 नवंबर से 15 दिसंबर तक, अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में हम एक अनमोल पर्व का अनुभव कर रहे हैं। यह महोत्सव, कर्म के पथ पर सच्ची ध्वनि और गीता के दिव्य ज्ञान से प्रेरित है। गीता के इस आलोक से जीवन में उजाला छा रहा है, और हर दिल में एक नई ऊर्जा समाहित हो रही है।
📅 महोत्सव की तारीखें: 28 नवंबर - 15 दिसंबर 2024
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