अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता के 18 अध्यायों का पहली बार 18 दिन तक प्रतिदिन ब्रह्म सरोवर के घाटों पर होगा यज्ञ और गीता पाठ, महोत्सव के पहले दिन विभिन्न संस्थाओं ने मंत्रोच्चारण के बीच किया गीता का पाठ
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 के दौरान ब्रह्मसरोवर की पावन फिजा से पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश पूरी मानवता तक पहुंंचेंगे। इस ब्रह्मसरोवर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के प्रयासों से पहली बार महिला घाटों पर लगातार 18 दिन गीता पाठ और हवन यज्ञ किए जाएंगे। इन गीता उपदेशों का संदेश विश्व के कोने-कोने तक पहुंचेगा। अहम पहलू यह है कि इस गीता पाठ और हवन यज्ञ शहर की सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के प्रयासों से ही किए जाएंगे। इस नए अध्याय का शुभारंभ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पहले दिन हो चुका है। इसका श्रेय गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद को दिया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के मार्गदर्शन में पहली बार ब्रह्मसरोवर के महिला घाट पर पवित्र ग्रंथ गीता के 18 अध्यायों को लेकर लगातार 18 दिन गीता पाठ और हवन यज्ञ का आयोजन वीरवार को महोत्सव के पहले दिन शुरू हुआ है। इस हवन यज्ञ में शहर की तमाम सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं को गीता पाठ और हवन यज्ञ के लिए आमंत्रित किया गया है और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से अपील की गई है कि इस हवन यज्ञ में आहुति डालने के लिए ब्रह्मसरोवर पर पहुंचे। इन तमाम पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए केडीबी के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहली बार ब्रह्मसरोवर के अंदर महिला घाट पर पवित्र ग्रंथ गीता के 18 अध्यायों को लेकर प्रतिदिन गीता पाठ और हवन यज्ञ किया जाएगा।



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